राजगढ़ शहर की फलोदी कॉलोनी में संचालित होने वाला स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल, शिक्षा के क्षेत्र में अपने 25 वर्ष पूर्ण कर चुका है,जिसे रविवार को स्कूल प्राचार्य अमित शाह के नेतृत्व में एक भव्य उत्सव के रूप में मनाया गया,जिसमे स्कूल के बच्चो व शिक्षको के द्वारा विभिन्न गतिविधिया आयोजित की गई।
आइए आपको बताते है क्या रही पूरी व्यवस्था,फलोदी कॉलोनी में।प्रवेश करते ही एक प्रवेश द्वार सजाया गया,जिसकी कुछ दूरी पर बैठे बैठे हुए कर्मचारियो के द्वारा ,दो व चार पहिया वाहनों को दिशा बताने का कार्य किया जा रहा था।
और रहवासी कॉलोनी रहने वालों को परेशानी अथवा अव्यवस्था न हो इसके लिए स्कूल परिसर के आलावा वाहनों के लिए पास में ही खाली पड़ी हुई एक ज़मीन पर व्यावस्थित पार्किंग करवाई गई,जंहा व्यवस्थित तरिके से दो व चार पहिया वाहनों को खड़ा कारवने के लिए कर्मचारी नियुक्त किये गए।
और स्कूल के मुख्य द्वार व कार्यक्रम के प्रवेश द्वार पर खड़े स्कूल के शिक्षक व कर्मचारि कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों का हाथ जोड़कर स्वागत वंदन व अभिनन्दन करते हुए नज़र आए।
वंही स्कूल परिसर में मुख्य द्वार से कार्यक्रम में प्रवेश करते ही,बच्चो ने अपनी अपनी कक्षाओ व कला से सम्बंधित अलग-अलग प्रोजेक्ट बनाकर उनका प्रदर्शन किया और उनके बारे में भी समझाया की वह किस तरह से और किस काम के लिए बनाऐ गए है।
उसके आगे वाले स्टाल पर बच्चो के लिए अलग-अलग तरीके के गेम ज़ोन बनाए गए,जिनमे बच्चो की शारीरिक व मानसिक स्थिति को आजमाया जा रहा था,और सिल्वर व गोल्ड कॉइन के रूप में उन्हें पुरुस्कृत किया गया,और एक अलग काउंटर पर सिल्वर व गोल्ड कॉइन के माध्यम से उपहार वितरित किए गए।
उसके थोड़ी आगे वाले स्टाल पर फूड जोन बनाया गया ,जिसमे अलग-अलग तरह की रेसिपी बच्चो के द्वारा बनाई गई और मेहमानो को निर्धारित किए गए नियमो के मुताबिक सर्व की गई।
इसके अतिरिक्त स्कूल के स्टेज पर सा सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया गया,जिसमे बच्चो ने अपनी अलग-अलग तरह की प्रस्तुतियां दी।आपको बतादे सुबह 11 बजे से शुरू हुए उक्त कार्यक्रम में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चो के अभिभावक व स्थानीय लोगो ने भी शिरकत की।
उक्त कार्यक्रम सफल रहा जिसमे स्कूल प्राचार्य अमित शाह के दिशा निर्देश व मार्गदर्शन में कार्य करने वाले स्कूल के समस्त स्टाफ़ व प्रॉजेक्ट सहित अन्य सेवाओ में भाग लेने वाले समस्त छात्र-छात्राओं का विशेष योगदान रहा।
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